कोरबा। रामपुर क्षेत्र की जनता के दिलों में रहने वाले रज्जाक अली को आखिर भारतीय जनता पार्टी की दमनकारी राजनीतिक सोच का शिकार होना पड़ा है। उन्हें गरीबों के मसीहा के सर्व प्रचलित नाम से भी जाना जाता है। एक लम्बे वक्त से रामपुर विधानसभा समेत जिले के सुदूर वनांचलों में जन सेवा और परोपकार के सतत प्रकल्प चलाते आ रहे हैं। लोगों की मुश्किल घड़ी में चौबीस घंटे तत्पर रहने वाले रज्जाक अली को राजनीतिक प्रोपोगंडा के तहत जिला बदर की कार्रवाई से गुजरना पड़ा। इसे अन्य राजनीतिक दलों ने स्पष्ट तौर पर अमले का दुरुपयोग करार देते हुए भाजपा की चाल बताया है।

 

 

रज्जाक अली अपनी जन हितैषी पहल और जनता के बीच मदद के लिए सर्व प्रिय और खासकर गरीब मजलूम लोगों लोकप्रिय नेता के रूप में जाने जाते हैं। उन्हें उनकी स्वेदनशीलता के लिए ही आम लोगों ने ही बड़े प्यार के साथ उन्हें गरीबों के मसीहा का उपनाम दे रखा है। लोगों के बीच उनकी सेवा और चिंता में जीवन गुजारने वालों की लोकप्रियता भारतीय जनता पार्टी के फर्माबर्दरों की आंख की किरकिरी की तरह कसक बन जाती है और यही वजह रही जो गरीबो के मसीहा रज्जाक को रामपुर से बाहर करने में भाजपा सफल रही। उल्लेखनीय होगा कि रज्जाक अली 2 बार के जनपद उपाध्यक्ष और वर्तमान में जनपद सदस्य हैं। धर्म कर्म के कार्यों में जुटे रहने के साथ प्रतिवर्ष रामलीला व रामायण कराना, क्षेत्र में गरीबों की मदद करना उनका मूल कार्य है। सेवा के लिए सदैव तत्पर रहने वाले जन नेता रज्जाक अली को जिला बदर किया जाना खासकर रामपुर क्षेत्र की जनता की उनके प्रति भावनाओं पर सीधा वार कहा जा रहा है, जिसका जवाब आने वाले नतीजे एक दिन जनता जरूर देगी और भाजपा को रामपुर विधानसभा में इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा, ऐसा माना जा रहा है।