बड़े-बुजुर्गों ने सच ही कहा है कि बच्चों को जैसा बनाना चाहते हैं,वैसी शिक्षा और प्रेरणा बचपन से देनी चाहिए। बच्चों में सीखने और समझने की ललक अधिक होती है और वे उस आचरण-व्यवहार को ज्यादा अपनाते हैं,जिसे अपने घर-परिवार के सदस्यों में देखते हैं।
इन दिनों भारत सरकार में केंद्रीय मंत्री से लेकर अविभाजित मध्यप्रदेश में गृह, वाणिज्य जैसे मंत्रालय व छत्तीसगढ़ में विधानसभा अध्यक्ष का जिम्मा सम्हाल चुके छत्तीसगढ़ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत अपनी 2 साल की नातिन कोको को कुछ यही सिखा रहे हैं जिसमें देशप्रेम का भाव प्रमुख है। इसमें सबसे पहला वाक्य है “जय हिन्द”….। यह बच्चों को भी बहुत पसंद है जो इस मुद्रा में आकर खुद को नेता जैसा दिखाते हैं,गर्व से चलते हैं।
डॉ. महंत के दामाद विकास व बेटी भानुप्रिया सात समंदर पार यूएसए में रहकर जॉब करते है उनकी 2 साल की प्यारी बिटिया व डॉ. महंत की नातिन जो अमेरिका में पैदा हुई और नागरिकता भी वहीं की है लेकिन जब रायपुर अपने नाना के पास आयी तो उसे नाना ने भारत की संस्कृति, आदर्श और मातृभूमि की वंदना की शिक्षा सहज भाव से देना शुरू कर दिया। डॉ. महंत ने खुद परम्परागत गांधी टोपी पहनी और नातिन को भी पहनाया। सैल्यूट की मुद्रा में जय हिन्द बोलते हुए नातिन कमरे भर में मार्च पास्ट करती रही।
यह अपनेपन के साथ देश के प्रति भक्ति का भाव नातिन के मन में अभी से उत्प्रेरित करने का डॉ. महंत का जज्बा ही तो है जो उन्हें भी विरासत में मिला है। तभी छत्तीसगढ़ के स्वप्नद्रष्टा व बांगो बांध के जनक फ्रीडम फाइटर पिता स्व.बिसाहूदास महंत 6 बार एमएलए रहे। पुत्र डॉ.चरणदास महंत 5 बार स्वयं एमएलए और 3 बार सांसद रहे और 2 बार पत्नी ज्योत्सना महंत को सांसद बनाकर छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के साथ ही सबको चौंका दिया है।